सच पुछो तो मोबाइल मे इस्तेमाल होनेवाली केडियम जैसी बुरी धातु से पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिये मोबाइल फ़ोन का रिसाइकलिंग करना जरुरी है, और ऐसा करना फ़ायदेमंद भी है। रिसाइकलिंग करने वालो को सोना, र्चांदी, और तांबा मिलता है। मोबाइल फ़ोन बनाने के लिये ये तीनो धातुये अल्प मात्रा में इस्तेमाल होती है फ़िर भी खर्च-लाभ का मेल ठीक से बैठ जाता
है। सोना प्राप्त करने के लिये १ टन मीट्टी को खंगाल ने पर सिर्फ़ ५ ग्राम सोना प्राप्त होता है, जबकी १ टन जितने मोबाइल फ़ोन का रिसाइकलिंग करने पर १५० ग्राम सोना प्राप्त होता है, तदउपरान्त १०० किलोग्राम तांबा और ३ किलोग्राम र्चांदी प्राप्त होती है। इरिडियम ज्यादा नहिं मिलता पर वो काफ़ि किमती धातु है। रिसाइकलिंग का धंधा जापान और चीन में बडे पैमाने पर होता है। चीन ऐसे मोबाइल फ़ोन मुफ़्त के जैसे दाम पे आयात करता है, तो जापान में "एक्स्चेन्ज ऑफ़र" के नाम पे मोबाइल फ़ोन के ढेर खडे होते है
पुराने मोबाइल फ़ोन का रिसाइकलिंग क्यो किया जाता है ?
महेन्द्र पटेल, Tuesday, March 2, 2010
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जानकारी नयी व् रोचक है |
jankari badhiya hai .